नई दिल्लीः जामिया मिल्लिया इस्लामिया के फाइन आर्टस के छात्रों का पिछले कुछ दिनों से प्रशासनिक ब्लाॅक के सामने चल रहा विरोध और धरना आज समाप्त हो गया. वाइस चांसलर प्रो शाहिद अशरफ और विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारियों से छात्रों की आज हुई बैठक में सभी मुद्दों का सौहार्दपूर्ण समाधान हो गया.
बैठक के प्रारंभ में छात्रों ने अपने विभाग प्रमुख को निलंबित करने की अपनी पुरानी मांग दोहराई. इस पर छात्रों को स्पष्ट किया गया कि मौजूदा नियमों और प्रक्रियाओं के तहत इस स्थिति में निलंबन नहीं किया जा सकता है क्योंकि अभी वैधानिक जांच प्रगति में है. आंतरिक शिकायत समिति और तथ्यान्वेषी समिति द्वारा जांच अभी चल रही है. अप्लाइड आर्टस के पूर्व विभाग प्रमुख हफ़ीज़ अहमद विभाग की किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं होंगे.

तथ्यानवेषी समिति में बाहरी सदस्यों को शामिल करने की मांग को सिद्धांतः स्वीकार कर लिया गया है. चीफ़ प्राक्टर ने आश्वासन दिया है कि विरोध कर रहे छात्रों के खिलाफ किसी तरह की क़ानूनी या प्रशासनिक कार्रवाई नहीं की जाएगी बशर्ते छात्र विरोध और धरना समाप्त करके बिना किसी हंगामे के अपनी कक्षाओं में जाकर पढ़ाई शुरू करदें. छात्रों को यह आश्वासन भी दिया गया कि विरोध के दौरान उनकी पढ़ाई का जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई की व्यवस्था की जाएगी.
यह भी पढ़ें: जामिया में 13 डिस्टेंस कोर्स की प्रवेश प्रक्रिया शुरू
वाइस चांसलर ने छात्रों से यह भी कहा कि भविष्य में वे अपनी शिकायतों के बारे में डीएसडब्ल्यू और चीफ़ प्राक्टर से नियमित रूप से मिला करें.